अपील
प्रिय भाइयों एवं बहनों,
वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए राज्य सरकार अपनी तरफ से भरपूर प्रयास कर रही है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से अधिकांश संक्रमित व्यक्ति ठीक हो चुके हैं।
प्रायः देखा जा रहा है और भारत सरकार ने भी इस बात की पुष्टि की है कि कोरोना संक्रमित रोगियों द्वारा स्वस्थ होने के पश्चात भी विभिन्न लक्षण जैसे शरीर में दर्द, थकान, खांसी, गले में खराश व सांस लेने में दिक्कत जैसी तकलीफों का अनुभव किया जा रहा है। इस स्थिति में यह आवश्यक हो जाता है की कोरोना रोग से ठीक हुए सभी रोगी निम्न सावधानियां अवश्य बरतें जैसे।
● व्यक्तिगत तौर पर बरती जाने वाली सावधानियां:
1. पूर्ण रूप से बचाव के समस्त उपायों का पालन करें जैसे फेस मास्क का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करें, हाथों को नियमित तौर पर साबुन पानी से अच्छे से धोएं, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें भौतिक दूरी के नियमों का पालन करें।
2. पर्याप्त मात्रा में गुनगुना पानी पिएं।
3. अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं।
4. पौष्टिक भोजन खाएं।
5. नित्य रूप से योग करें प्राणायाम करें व ध्यान लगाएं।
6. पर्याप्त मात्रा में नींद ले व आराम करें।
7. धूम्रपान व मदिरापान से परहेज रखें।
8. चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार नियमित रूप से दवा ले व यदि आप किसी और रोग से भी ग्रसित हैं तो उसका समुचित उपचार प्राप्त करें।
9. अपने स्वास्थ्य का निरीक्षण नियमित रूप से स्वयं करें जैसे तापमान, रक्तचाप, शुगर की मात्रा इत्यादि इसके अतिरिक्त चिकित्सकीय सलाह के अनुसार रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा का भी निरीक्षण पल्स ऑक्सीमीटर द्वारा करें।
10. यदि आप सूखी खांसी अथवा गले की खराश अनुभव कर रहे हैं तो नमक पानी के गरारे करें व साथ ही भाप की सेक लें। किसी भी प्रकार की दवा चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार ही लें।
11. किसी भी प्रकार के खतरे के लक्षणों पर नजर रखें जैसे तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा में गिरावट, छाती में दर्द, उलझन अथवा शरीर के किसी हिस्से में कमजोरी महसूस करना। इनमें से किसी भी खतरे के लक्षण के अनुभव होने पर शीघ्र ही चिकित्सकीय सलाह लें।
● समुदाय के स्तर पर:
1. कोरोना रोग से ठीक होने के उपरांत अपने अच्छे अनुभव अपने मित्रों, रिश्तेदारों, समुदाय के लोगों से साझा करें ताकि समुदाय में कोरोना रोग को लेकर भ्रांतियों को फैलने से रोका जा सके।
2. यदि आप मानसिक तनाव महसूस कर रहे हैं तो अपने मित्रों व रिश्तेदारों से बातें करें अथवा काउंसलर व चिकित्सक से सलाह लें।
3. भौतिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए अन्य लोगों के साथ नियमित रूप से योगा प्राणायाम व ध्यान करें।
● चिकित्सालय स्तर पर:
1. कोरोना रोग से ठीक होने के पश्चात सात दिन के उपरांत अपने चिकित्सक को फॉलो अप विजिट के रूप में दूरभाष के माध्यम से अपनी स्थिति से अवगत कराएं अथवा आवश्यकता पड़ने पर समस्त सावधानी के साथ फॉलो अप विजिट करें।
2. यदि आप के लक्षण ठीक ना हो रहे हो तो शीघ्र अति शीघ्र चिकित्सकीय परामर्श लें।
मैं आशा करता हूँ कि हम इन सभी महत्वपूर्ण बातों का अवश्य ध्यान रखेंगे और कोरोना से लड़ाई में सरकार का सहयोग करेंगे।
जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं।
धन्यवाद।
त्रिवेन्द्र सिंह रावत
मुख्यमंत्री ,उत्तराखंड