यमकेश्वर, 11 फरवरी
दिनेश सिंह सुरियाल
द हंस फाउंडेशन के द्वारा संचालित वनाग्नि शमन एवं रोकथाम परियोजना के अंतर्गत चयनित वॉलिंटियर फायर फाइटर्स को वन अग्नि प्रबंधन व रोकथाम पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम राजकीय प्राथमिक विद्यालय गेंडखाल में आयोजित किया गया।
विकासखंड यमकेश्वर के गोहरी वन रेंज के अंतर्गत 14 गावों के 70 चयनित फायर फाइटर्स को वन विभाग, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य विभाग के साथ द हंस फाउंडेशन ने
वनों को आग से बचाने और स्वयं के बचाव के लिए प्रशिक्षण दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए द हंस फाउंडेशन सामुदायिक विकास विशेषज्ञ सतीश बहुगुणा ने हंस फाउंडेशन द्वारा संचालित कार्यक्रम और विभिन्न परियोजनाओं की जानकारी दी। जिसमें वनाग्नि शमन एवं रोकथाम परियोजना के बारे मे जानकारी देते हुए कहा कि परियोजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदाय के साथ मिलकर वनों मे लगने वाली आग के प्रति लोगों को जागरूक करना और ग्राम स्तर पर वनाग्नि की घटनाओं को कम करना हैं। उन्होंने बताया कि द हंस फाउंडेशन के द्वारा वॉलिंटियर फायर फाइटर्स का 10 लाख बीमा भी किया गया है।
गोहरी रेंज के रेंज अधिकारी सुनील रावत ने वनो को आग लगने के कारणों को बताते हुए उनके रोकथाम के उपयों के बारे मे बताया और समुदाय और विभाग के आपसी सहयोग से वनाग्नि को रोका जा सकता है। वनो की आग से जलवायु परिवर्तन, मिट्टी की उर्वरता शक्ति ख़त्म हो जाती हैं, वन पंचायत नियमावली के बारे मे जानकारी देते हुए सरपंचों के अधिकारों के बारे मे जानकारी दी एवं वनों को आग से बचाने के लिए द हंस फाउंडेशन के द्वारा किए जा रहे कार्य की सराहना करते हुए द हंस फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया।
एसडीआरएफ के इंचार्ज एसआई विजेंद्र कुड़ियाल ने वनों को आग से बचाने के दौरान चोट लगने या किसी भी तरह अपरिहार्य घटना के दौरान किस तरह रेस्क्यू करना है उसकी जानकारी दी।
स्वास्थ्य विभाग से डॉ नीतू के द्वारा प्राथमिक उपचार के बारे में बताया गया एवं महिलाओ की अहम भूमिका के बारे मे बताते हुए कहा की महिलाओं ने घर की कामों की जिम्मेदारी के साथ वनो को बचाने के लिए बहुत बड़ी जिम्मेदारी ली है और अहम भूमिका निभा रहे है।
ब्लॉक कोऑर्डिनेटर रमेश गड़िया ने कहा कि सभी लोगो को वनों के प्रति सोच बदलने की बहुत ज़्यादा जरूरत है, वन सिर्फ पिकनिक मनाने के लिए हि नहीं बल्कि दैनिक जरूरतों के साथ-साथ आजीविका और हमारी धरोहर भी हैं इसको बचाना सब की जिम्मेदारी है। कार्यक्रम के अंत में सभी वालंटियर फायर फाइटर्स को प्रमाण पत्र वितरित किए। कार्यक्रम में द हंस फाउंडेशन के यमकेश्वर विकासखंड के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर रमेश गड़िया, सामुदायिक कार्यकर्त्ता कल्पना, सुमन, मोटीवेटर दीपिका, पूजा एवं वन विभाग, एसडीआरएफ के जवान एवं सभी गांवों के फायर फाइटर्स उपस्थित थे।